एक इत्मीनान से किसान बनकर खुश हूं, अच्छे मौसम में बाहर जाकर श्रम करता हूं, आत्मनिर्भर हूं, जीवन का मूल पारिस्थितिक तरीका हूं, मैं वास्तव में ग्रामीण जीवन के लिए तरस रहा हूं आह!