एक अंधेरा भूमिगत हुआ करता था, इतने सारे खून के सामने और दिन की रोशनी नहीं देख पाने पर, तहखाने का दरवाजा खोलो, सूरज निकल आया, बाहरी दुनिया की मूल सुंदरता इतनी ताज़ा और आह, गहरी है