जंगल में झोपड़ियाँ आप जागते हैं, स्मृति खो देते हैं, लेकिन दिल को बेहोश खूनी दुःस्वप्न महसूस होता है और चीखें अभी भी मेरे दिमाग में कौंधती हैं।