स्त्री जल से बनी है, शीतल जल, स्त्री का शीतल और उज्ज्वल चंद्रमा, पुरुष को सदैव मंत्रमुग्ध रहने दो, स्त्री का यह उल्लास, यह मधुर मुस्कान।